

नई दिल्ली (उत्तम हिन्दू न्यूज): पेट्रोल-डीजल में लगातार हो रही बढ़ोतरी को लेकर केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम बढ़ने की वजह से घरेलू बाजार में पेट्रोल-डीजल की कीमत बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि कीमतें धीरे-धीरे ही कम होंगी। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के चलते पहले ईंधन की वैश्विक सप्लाई पर भी असर पड़ा है, इससे उत्पादन भी कम कर दिया गया, लेकिन अब औद्योगिक गतिविधियों के पटरी पर आने से मांग बढ़ रही है और इसके साथ ही कीमतें भी बढ़ रही है। प्रधान ने कहा कि हम जीएसटी परिषद से लगातार पेट्रोलियम उत्पादों को इसके दायरे में शामिल करने का अनुरोध कर रहे हैं, क्योंकि इससे लोगों को फायदा होगा।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र पर धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि सोनिया जी को पता होना चाहिए कि राजस्थान और महाराष्ट्र में सबसे अधिक कर है। लॉकडाउन के दौरान केंद्र और राज्य सरकारों की कमाई बेहद कम थी। हमने नौकरियों में वृद्धि लाने के लिए बजट में विभिन्न क्षेत्रों को बड़े हिस्से आवंटित किए हैं।
लगातार बढ़ रहे ईंधन के दामों को लेकर विपक्ष लगातार मोदी सरकार पर हमलावर होता जा रहा है। इससे पहले रविवार को धर्मेंद्र प्रधान ने बताया था कि ईंधन की कीमत बढ़ने के पीछे दो मुख्य कारण हैं। पहला अंतरराष्ट्रीय बाजार ने ईंधन का उत्पादन कम कर दिया है। अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए विनिर्माण देश कम ईंधन का उत्पादन कर रहे हैं। इससे उपभोक्ता देशों की परेशानियां बढ़ गईं हैं। धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि हम लगातार ओपेक और ओपेक प्लस देशों से आग्रह कर रहे हैं कि ऐसा नहीं होना चाहिए। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ईंधन की कीमतें बढ़ने का एक और कारण वैश्विक महामारी कोरोना वायरस भी है।